नेशनल साइक्लिंग कॉन्क्लेवः देहरादून से निकला बदलाव का पैडल

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देहरादून। पहाड़ी पेडलर्स साइक्लिंग ग्रुप और देहरादून के साइकिलिस्टों के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय साइक्लिंग कॉन्क्लेव 2025 न केवल एक आयोजन था, बल्कि यह संदेश देने वाली पहल है कि भारत में साइक्लिंग सिर्फ फिटनेस का साधन नहीं, बल्कि प्रदूषण से लड़ाई, ट्रैफिक जाम से निजात और स्वस्थ समाज की दिशा में सबसे सशक्त कदम हो सकती है। सुबह 8ः30 बजे से शुरू हुए इस भव्य आयोजन का उद्घाटन पहाड़ी पेडलर्स ग्रुप के संस्थापक और आयोजकों ने किया। उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में कहा,“हम चाहते हैं कि साइक्लिंग को केवल एक खेल के रूप में नहीं, बल्कि जीवनशैली के हिस्से के रूप में देखा जाए। कॉन्क्लेव का सबसे अहम हिस्सा रहा पैनल डिस्कशन “भारत में साइक्लिंग का भविष्यः चुनौतियां और अवसर”। इसमें प्रमुख विशेषज्ञ शामिल हुए, जिनमें शहरी विकास, पर्यावरण, खेल और ट्रांसपोर्ट पॉलिसी से जुड़े दिग्गज थे।
जाने माने इतिहासकार लोकेश ओहरी ने कहा, “हमारे शहरों में प्लान साइक्लिंगल लेन नहीं है। फुटपाथ तक सुरक्षित नहीं हैं, तो साइकिल लेन की बात करना कई बार अव्यावहारिक लगता है। लेकिन हमें यह सोच बदलनी होगी। हर नए रोड प्रोजेक्ट में साइक्लिंग लेन को अनिवार्य करना ही होगा।” अनूप नौटियाल, पर्यावरण वैज्ञानिक, ने आंकड़ों के साथ चौंकाया। “भारत में प्रदूषण से होने वाली मौतों की संख्या पिछले साल 14 लाख रही। अगर 10 प्रतिशत लोग भी मोटर व्हीकल से साइकिल पर शिफ्ट कर लें, तो यह संख्या लाखों में कम हो सकती है।”
हिमांचल प्रदेश के अमरिंदर और नॉएडा से आये ने कहा प्रदीप नैथानी ने भी साइकिलिंग की उपयोगिता को उजागर कया। प्रसिद्द आउटडोर ट्रेनर अजय कंडारी ने पॉवरपॉइंट के माध्यम से देहरादून शहर में हो रहे बदलाव के बारे में बताया। कॉन्क्लेव का एक विशेष आकर्षण रहा सीएनजी ।ॅ80क् 5.0, 2025 मेडल सेरेमनी, जिसमें साइक्लिंग समुदाय के उन सितारों को सम्मानित किया गया जिन्होंने देश में साइक्लिंग को बढ़ावा देने में अहम योगदान दिया। इस समारोह में उन खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया।
पेडलर्स साइक्लिंग ग्रुप ने घोषणा की कि कॉन्क्लेव में उठाए गए सभी सुझावों को एक “साइक्लिंग पॉलिसी व्हाइट पेपर” के रूप में तैयार करके राज्य और केंद्र सरकार को सौंपा जाएगा। साथ ही, अगले एक साल में देश के पाँच बड़े शहरों में इसी तरह के आयोजन होंगे। ग्रुप ने यह भी कहा कि स्कूलों, कॉलेजों और कॉर्पोरेट सेक्टर में बड़े पैमाने पर “साइक्लिंग प्रमोशन कैंपेन” चलाए जाएंगे। पहाड़ी पेडलर्स साइक्लिंग ग्रुप के संस्थापक गजेंद्र रमोला ने अंत में कहा, “यह सिर्फ शुरुआत है। हम चाहते हैं कि हर भारतीय शहर साइकिल-फ्रेंडली बने। इसके लिए हमें नीतियों से लेकर आम लोगों की सोच तक बदलाव लाना होगा।” साइकिलिंग कॉन्क्लेव में 8 राज्यों के साइकिलिस्ट ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन नरेश सिंह नयाल ने किया इस मौके पर अनुज केडियाल, रोहित नौटियाल, हिमानी गुरुंग, जगदीश, चांदनी अरोरा, रवीना, अनिल मोहन, जयदीप कंडारी, अक्षय तोमर, लक्ष्मण सिंह ,प्रभजोत सिंह, गोपाल राणा आदि उपस्थित थे।

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