मानव भारती के छात्रों ने जाने सुसवा नदी में प्रदूषण के कारण
1 min readदेहरादून। नेचर कनेक्ट प्रोग्राम के अंतर्गत मानव भारती स्कूल के छात्र-छात्राओं के एक दल ने राजकीय प्राइमरी स्कूल रामगढ़ का दौरा किया और बच्चों के साथ मिड डे मील में भोजन ग्रहण किया। बच्चों ने स्थानीय निवासियों से संवाद में सुसवा नदी के प्रदूषित होने तथा पूर्व में नदी की स्थिति क्या थी, के बारे में जानकारी ली। मानव भारती स्कूल के कक्षा सात के 25 छात्र-छात्राओं का दल सुबह दस बजे मोथरोवाला-दूधली रोड पर रामगढ़ स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय पहुंचा। यह स्कूल शैक्षणिक गतिविधियों तथा स्वच्छता में खास नवाचारों के लिए पहचान रखता है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरविंद सिंह सोलंकी ने बच्चों और शिक्षक-शिक्षिकाओं का स्वागत किया।
उन्होंने बच्चों को विद्यालय का भ्रमण कराने के दौरान स्कूल की खास शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने स्कूल की दीवार पत्रिका, हर क्लास रूम में छोटी लाइब्रेरी, ऑनलाइन क्लास, किचन गार्डन, साप्ताहिक गतिविधियों का बोर्ड, लेटर बॉक्स, दीवारों पर कक्षाओं के अनुरूप चित्रकारी के बारे में बताया। प्रधानाध्यापक ने बताया, हर शनिवार को बच्चों के कौशल विकास एवं रचनात्मकता पर ध्यान दिया जाता है। बच्चों को अपनी कल्पना के अनुसार चित्रकारी करने, किचन गार्डनिंग सीखने, लेखन करने, खेलने का अवसर मिलता है। उनको लिफाफे, रस्सी सहित अन्य सामग्रियां बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। दल में शामिल छात्र-छात्राओं और राजकीय प्राइमरी स्कूल रामगढ़ के छात्र-छात्राओं ने एक साथ मिड डे मील ग्रहण किया। बच्चों ने भोजन की प्रशंसा की।
इसके बाद, बच्चे सुसवा नदी के किनारे पर गए और सुसवा में प्रदूषण के कारण जाने। उनको बताया गया कि देहरादून शहर से आने वालीं रिस्पना एवं बिंदाल नदियों का दूषित जल तथा उनमें कई प्रकार की गंदगी मिलने से सुसवा भी प्रदूषित हुई है। सुसवा के दूषित पानी से सिंचाई होने के कारण खेती को नुकसान पहुंच रहा है। सुसवा गंगा नदी की सहायक नदी है। हमें चाहिए कि अपने शहर में बहने वाली नदियों की स्वच्छता बनाए रखें। बच्चों ने स्थानीय निवासी कीर्ति सिंह राणा तथा सीता देवी से जाना कि सुसवा में प्रदूषण की वजह से खेती को क्या नुकसान पहुंच रहा है।