केंद्रीय शिक्षा सचिव ने विद्यालयों का निरीक्षण कर परखी राज्य की शिक्षा व्यवस्था
1 min readदेहरादून। केंद्रीय सचिव स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता संजय कुमार ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए राज्य का भ्रमण किया। राज्य भ्रमण के प्रारम्भ में उनके द्वारा राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय लच्छीवाला एवं राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय लच्छीवाला, विकासखण्ड डोईवाला, देहरादून का भ्रमण किया गया। इस अवधि में उनके द्वारा तथा कक्षा शिक्षण के अवलोकन के साथ ही शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापिका के साथ चर्चा की गयी। प्राथमिक विद्यालय में उनके द्वारा कक्षा-2 में गणित शिक्षण का अवलोकन किया गया तथा कक्षा-कक्ष में बच्चे स्वयं गणित किट के माध्यम से शिक्षण अधिगम में प्रतिभाग कर रहे थे जबकि शिक्षिका सुगमकर्ता की भूमिका में थी। इसी प्रकार उनके द्वारा कक्षा-3 में सामाजिक विषय से सम्बन्धित शिक्षण का अवलोकन किया गया, जिसमें शिक्षिका भी सुगमकर्ता की भूमिका में थी जबकि बच्चों के दो समूह बनाये गये थे जो परस्पर शिक्षण अधिगम में प्रतिभाग कर रहे थे। शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में रूचि लेते हुये सचिव, भारत सरकार स्वयं बच्चों के एक समूह में बैठकर स्वयं अधिगम प्रक्रिया में सम्मिलित हुये तथा उनके द्वारा शिक्षिका की प्रशंसा की गयी। कक्षा शिक्षण का अवलोकन किये जाने के बाद उनके द्वारा विद्यालय की प्रधानाध्यापिका रीना डोभाल से विद्यालय की व्यवस्थाओं से सम्बन्धित जानकारी ली गयी, जिसमें बच्चों के गणवेश तथा विद्या समीक्षा केन्द्र से छात्रों तथा अध्यापकों की उपस्थिति अंकित किये जाने सम्बन्धी जानकारी भी सम्मिलित है।
प्रधानाध्यापिका द्वारा अवगत कराया गया कि बच्चों को गणवेश से सम्बन्धित धनराशि डी.बी.टी. के माध्यम से उनके खाते में अंतरित की जाती है तथा गणवेष में एकरूपता रहे इसके लिए विद्यालय प्रबन्धन समिति एवं अभिभावकों के साथ संयुक्त बैठक कर गणवेश हेतु विचार-विमर्श कर निर्णय लिया जाता है तथा अभिभावकों के द्वारा इसमें पूर्ण सहयोग दिया जाता है। विद्यालय से विद्या समीक्षा केन्द्र पर रियल टाइम उपस्थिति अंकित किये जाने के विषय में प्रधानाध्यापिका द्वारा जानकारी दी गयी कि विद्यालय स्तर से नियमित रूप में मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की जा रही है तथा इसके लिए निर्धारित एप भी संचालित कर सचिव, भारत सरकार को दिखाया गया। सचिव, भारत सरकार द्वारा विद्यालय की छात्र संख्या एवं छात्र संख्या बढ़ाये जाने हेतु किये जा रहे प्रयासों की भी जानकारी ली गयी। इस संदर्भ में अवगत कराया गया कि विद्यालय की छात्र संख्या में विगत वर्ष की छात्र संख्या से आंशिक वृद्धि हुई है तथा वर्तमान में विद्यालय की कुल छात्र संख्या 60 है। विद्यालय स्तर पर लक्ष्य रखा गया है कि माह मई 2024 तक छात्र संख्या 75 तक की जायेगी तथा शैक्षिक सत्र 2025-26 के प्रारम्भ में 100 से अधिक छात्र नामांकन का लक्ष्य पूर्ण कर लिया जायेगा। यह पूछे जाने पर की छात्र आयेंगे कहां से तो इसके उत्तर में प्रधानाध्यापिका द्वारा जानकारी दी गयी कि छात्रों का चिह्नांकन किया गया है तथा अभिभावकों को प्रेरित किया जा रहा है।