ग्रामीण एक किमी दूर से पानी ढोने को मजबूर
1 min readटिहरी। थौलधार ब्लाॅक में कंस्यूड ग्राम पंचायत के किलवाण में पेयजल संकट पैदा हो गया है। ग्रामीण पिछले 18 दिनों से पानी नहीं आने से परेशान हैं। पेयजल योजना पर जलापूर्ति ठप होने के बाद से ग्रामीण एक किमी दूर से पानी ढोने को मजबूर हैं। व्यवस्था जल्द नहीं सुधारी गई तो पोलिंग पार्टी के लिए पानी खच्चरों से मंगाना पड़ेगा।
गुसाईं पट्टी में किलवाण गांव के लोग पेयजल किल्लत से जूझ रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि जिस स्रोत से किलवाण गांव की पेयजल लाइन बनाई गई थी। कुछ दिनों पहले ठीक उसके ऊपर स्थित स्रोत से डांग गांव की पेयजल लाइन बनाई गई है। उसके बाद से किलवाण गांव में पानी का संकट पैदा हो गया है। गांव के पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य मंसाराम भट्ट, रामकृष्ण भट्ट, बालकृष्ण भट्ट, कीर्तिराम उनियाल और गिरीश भट्ट ने बताया कि गांव में पहले पानी की पर्याप्त जलापूर्ति हो रही थी, लेकिन जब से हमारे स्रोत के ठीक ऊपर स्थित दूसरे स्रोत से डांग की लाइन टेप की गई है। तब से किलवाण गांव का स्रोत सूखने लगा है। इस कारण पिछले 15 दिनों से गांव में एक बूंद पानी नहीं टपकी। उन्होंने बताया कि पानी की आपूर्ति ठप होने के बाद जल जीवन मिशन के तहत घर-घर लगाए गए नल भी शोपीस बन गए हैं।
अब ग्रामीणों को गांव से करीब एक किमी नीचे गदेरे से पानी ढोकर किसी तरह काम चलाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि गांव में पोलिंग बूथ भी है पानी की आपूर्ति नहीं की जाती है, तो पोलिंग पार्टी के लिए 400 रुपये चक्कर प्रति खच्चर पानी मंगाना पड़ेगा। ग्रामीणों ने जल निगम से किलवाण गांव को पहले की तरह नियमित और पर्याप्त जलापूर्ति कराने की मांग की है। प्रधान मनोहर लाल उनियाल ने कहा कि डांग गांव के लिए डबल लाइन जोड़ दी गई है। ठेकेदार को एक लाइन बंद करने को कहा गया है। उसके बाद किलवाण गांव में जलापूर्ति सुचारू हो जाएगी।