एसडीआरएफ के जवानों ने भूस्खलन के कारण फंसे 40 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला

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रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच मुनकटिया में मार्ग ध्वस्त हो गया है। जिस कारण प्रशासन ने यात्रा को अस्थायी तौर पर रोक दिया है, जबकि यात्रा मार्ग में फंसे तीर्थ यात्रियों का रेस्क्यू किया जा रहा है। पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमें यात्रियों को सुरक्षित निकालने में जुटी है।
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर बीते वर्ष 31 जुलाई को आई आपदा के कारण सोनप्रयाग-गौरीकुंड 6 किमी मार्ग के बीच हाईवे जगह-जगह ध्वस्त हो गया था, जिसके बाद यात्रा मार्ग पर फंसे हजारों यात्रियों का रेस्क्यू किया गया। मुनकटिया में ऊपरी पहाड़ी से लगातार मलबा और बोल्डर गिर रहा है, जबकि बीती रात हुई तेज बारिश के चलते मार्ग ध्वस्त हो गया है।
जिसकी वजह से केदारनाथ धाम से दर्शन कर लौट रहे 40 से ज्यादा यात्री फंस गए। बीती देर रात सभी यात्री स्लाइड जोन में फंस गए थे। जिसके बाद मौके पर तैनात एसडीआरएफ के जवानों ने 40 श्रद्धालुओं को सुरक्षित रेस्क्यू किया। अभी भी रास्ता पूरी तरह से बंद है, जिसकी वजह से एसडीआरएफ लगातार धाम से आ रहे श्रद्धालुओं को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रही है। सोनप्रयाग क्षेत्र में मुनकटिया स्लाइडिंग जोन में मलबा-पत्थर आने से मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है। ऐसे में फिलहाल केदारनाथ धाम यात्रा अस्थायी तौर पर रोकी गई है। मार्ग सुचारू होने पर यात्रा पुनः शुरू कर दी जाएगी।
पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने आगे बताया कि स्लाइडिंग जोन के पास मलबा-पत्थर आने के कारण मार्ग पूरी तरह से बाधित है, जिस कारण यहां पर सुरक्षा के दृष्टिगत फिलहाल यात्रा को रोका गया है। इसके अतिरिक्त स्लाइडिंग जोन क्षेत्र में गौरीकुंड से वापस आने वाले कुछ यात्री फंस गए थे, जिनको एसडीआरएफ टीम द्वारा रेस्क्यू कर सुरक्षित सोनप्रयाग लाया गया है। यहां पर मार्ग खोले जाने की कार्रवाई गतिमान है और मार्ग के सुचारू होने पर यात्रा शुरू की जाएगी।

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