दो दिन तक हेली सेवाओं के संचालन पर रोक,सीएम धामी ने दिए दुर्घटना की जांच के आदेश

देहरादून। केदारनाथ में हुए हेलिकॉप्टर हादसे को लेकर आज सीएम धामी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वर्चुअल उच्च स्तरीय बैठक की। उच्च स्तरीय बैठक में मुख्य सचिव, आपदा प्रबंधन सचिव, यूकाडा के सीईओ, गढ़वाल कमिश्नर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान सीएम ने सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, दो दिन हेली सेवा के संचालन पर रोक लगा दी गई है। केदारनाथ रूट पर आर्यन कंपनी का एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। हेलिकॉप्टर में सवार सभी सातों लोगों की मौत हो गई, मृतकों में 23 महीने की बच्ची भी है। उत्तराखंड में हुई हेलिकॉप्टर दुर्घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हेलिकॉप्टर संचालन को लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हेली सेवाओं के संचालन के लिए सख्त एसओपी तैयार की जाए, जिसमें हेलिकॉप्टर की तकनीकी स्थिति की पूर्ण जांच और उड़ान से पूर्व मौसम की सटीक जानकारी लेना अनिवार्य किया जाए।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि तकनीकी विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया जाए, जो हेली संचालन की सभी तकनीकी व सुरक्षा पहलुओं की गहन समीक्षा कर एसओपी तैयार करेगी। यह समिति यह सुनिश्चित करेगी कि हेली सेवाओं का संचालन पूरी तरह से सुरक्षित, पारदर्शी और निर्धारित मानकों के अनुसार हो।इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि राज्य में पूर्व में हुई हेलिकॉप्टर दुर्घटनाओं की जांच के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति आज के हेली कैश के भी हर पहलू की गहनता से जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी। यह समिति प्रत्येक घटना के कारणों की गहराई से जांच करेगी और दोषी व्यक्तियों या संस्थाओं की पहचान कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की संस्तुति करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हेली सेवाओं का महत्व तीर्थाटन, आपदा प्रबंधन और आपातकालीन सेवाओं के लिए अत्यधिक है, इसलिए इनमें सुरक्षा को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी जाएगी।

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