राज्य में 83 लाख 21 हजार 207 मतदाता करेंगे अपने मताधिकार का प्रयोग
1 min readदेहरादून। लोकसभा चुनाव उत्तराखंड में 83 लाख 21 हजार 207 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। 93,357 सर्विस मतदाताओं के शत-प्रतिशत मतदान की तैयारी भी पूरी कर ली गई है। शनिवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने प्रेस वार्ता कर बताया कि राज्य में लोकसभा चुनाव पहले चरण में होगा। इसके लिए 20 मार्च से नामांकन शुरू होकर 27 मार्च तक चलेंगे। नाम वापसी 30 मार्च तक होगी। राज्य में मतदान 19 अप्रैल को होगा, जिसके लिए 11729 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि इस बार 43 लाख आठ हजार 904 पुरुष, 40 लाख 12 हजार छह महिला, 297 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। इसके अलावा 93357 सर्विस मतदाता हैं, जिनमें 90763 पुरुष और 2594 महिला मतदाता शामिल हैं। एक प्रत्याशी के लिए चुनाव खर्च सीमा 95 लाख रुपये है। प्रेस वार्ता के दौरान अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रताप शाह, नमामि बंसल, मस्तू दास भी मौजूद रहे। अधिसूचना जारी होने की तिथि 20 मार्च (बुधवार), नाम निर्देशन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि-27 मार्च (बुधवार), नाम निर्देशन पत्रों की जांच की तिथि 28 मार्च (गुरुवार), नाम वापसी की अंतिम तिथि 30 मार्च (शनिवार) है। मतदान की तिथि 19 अप्रैल (शुक्रवार) है व मतगणना की तिथि- 04 जून (मंगलवार) है। प्रदेश में थर्ड जेंडर मतदाता 297 हैं। 85 साल से ऊपर के मतदाता 65177 हैं। युवा मतदाता 145202, दिव्यांग मतदाता 79965 हैं। प्रदेश में वोटिंग के लिए 11729 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। सर्विस मतदाताओं की संख्या 93357 है। 1.45 लाख युवा पहली बार वोट देंगे।
प्रदेश में इस साल एक लाख 45 हजार 220 युवा मतदाता ऐसे हैं, जो पहली बार ईवीएम का बटन दबाएंगे। इनमें 79796 पुरुष, 65415 महिला और नौ ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं। 65 हजार 85 वर्ष से अधिक, 79 हजार दिव्यांग मतदाता हैं। प्रदेश में इस बार 65177 ऐसे मतदाता हैं, जिनकी आयु 85 वर्ष से अधिक है। इसके अलावा 79,965 मतदाता ऐसे हैं, जो दिव्यांग हैं। इन सभी मतदाताओं को चुनाव आयोग घर से मतदान का विकल्प दे रहा है। इसके लिए उन्हें बीएलओ के माध्यम से फॉर्म 12-डी उपलब्ध कराया जाएगा। जो फार्म को भरेगा, उसी आधार पर चुनाव आयोग घर से मतदान की सुविधा देगा। इन मतदाताओं को पोलिंग बूथ पर कतार में नहीं लगना पड़ेगा। 30 ऐसे मतदेय स्थल ऐसे हैं जहां तीन दिन पहले पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी। 1155 पोलिंग स्टेशन ऐसे हैं, जहां दो दिन पहले पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी। बाकी 10544 ऐसे हैं, जहां एक दिन पहले पोलिंग पार्टियां भेजी जाएंगी। प्रदेश में अभी करीब 1410 अति संवेदनशील बूथ हैं।
एडीजी एलओ एपी अंशुमन ने प्रेसवार्ता में बताया कि 10 हजार पुलिसकर्मियों का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है। 20 कंपनी सीएपीएफ मिल चुकी हैं। 40 से 42 हजार पुलिसकर्मी मतदान में ड्यूटी करेंगे। 115 कंपनी सीएपीएफ और राज्य की 22 आर्म्ड कंपनी होंगी। उन्होंने बताया कि सीमावर्ती जिलों के पुलिस कप्तानों से समन्वय के लिए 20 बैठकें हो चुकी हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान कराया जाएगा। 30 ऐसी सीमावर्ती लोकेशन हैं, जहां पुलिस ड्रोन से भी निगरानी करेगी। 93 बैरियर पर सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं। प्रदेश के 1704 पोलिंग स्टेशन ऐसे हैं, जिन पर ज्यादा खर्च का अंदेशा है। पुलिस अधिकारी अंशुमन ने बताया कि इसके लिए निगरानी की योजना तैयार कर ली गई है। वहीं, प्रदेश में 15 ऐसी विधानसभा चिन्हित की गई हैं, जहां खर्च का अंदेशा ज्यादा है। चुनाव के लिए लाइसेंसी हथियार रविवार से जमा होंगे। प्रदेश में करीब 47,200 लाइसेंस जारी हुए हैं, जिनके जिलावार हथियार जमा कराए जाएंगे।