सेतु की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना तीसरे दिन भी रहा जारी
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रुद्रप्रयाग। भीरी-डमार मोटरमार्ग को जोड़ने के लिए मंदाकिनी नदी पर निर्माणाधीन पुल निर्माण को लेकर भीरी में ग्रामीणों का धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। बुधवार को भी क्षेत्रीय ग्रामीण गौरीकुंड हाईवे से सटे भीरी में एकत्रित हुए, जिसके बाद ग्रामीणों ने निर्माणाधीन पुल निर्माण को लेकर क्रमिक अनशन शुरू किया। जो तीसरे दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों के धरने को लगातार समर्थन भी मिल रहा है।
इस अवसर पर ग्रामीणों ने कहा कि वर्ष 2016 में भीरी-डमार मोटरमार्ग का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, जिसको दिसम्बर 2017 तक पूर्ण होना था। पीएमजीएसवाई ने मोटरमार्ग पर निर्माण कार्य तो पूरा किया, लेकिन डमार गांव को जोड़ने के लिए भीरी के नीचे मन्दाकिनी नदी पर 48 मीटर स्टील गार्डर पुल का अभी तक पूरा नहीं हो सका है। पुल का निर्माण फरवरी 2020 में शुरू होकर मई 2021 तक पूण होना था। ऐसे में चार वर्ष बाद भी पुन निर्माण पूरा न होने से ग्रामीणों में खासा रोष बना हुआ है। यह पुल शासन-प्रशासन व संबंधित विभाग की घोर लापरवाही को दर्शाता है। पुल निर्माण न होने से ग्रामीणों को आवाजाही में खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। मोटरमार्ग संघर्ष समिति अध्यक्ष जगमोहन सिंह भंडारी ने कहा कि प्रदेश सरकार जहां चहुंमुखी विकास का वादा कर रही है, वहीं दूसरी ओर पुल का निर्माण कार्य लटकने से ग्रामीणों की समस्याएं हल नहीं हो सकी हैं। कहा कि पीएमजीएसवाई को अवगत कराने के बाद भी कोई सुध नहीं ली जा रही है। जिससे ग्रामीण खासे परेशान हैं। इस मौके पर निवर्तमान प्रधान गुड्डी देवी, पवन भंडारी, गिरीश चौहान, किशोर बिष्ट, दिगम्बर रावत, बृजलाल, रमेश चन्द्र सेमवाल, महिपाल रौथाण, संजय रौथाण, भगवान सिंह, रश्मि रावत, अनीता चौहान, सीता देवी, विनीता चौहान समेत कई ग्रामीण उपस्थित थे।