राज्यपाल ने दून विश्वविद्यालय के पंचम दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को उपाधियां और मेडल प्रदान किए

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देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शुक्रवार को दून विश्वविद्यालय के पांचवें दीक्षांत समारोह में प्रतिभाग करते हुए विभिन्न पाठ्यक्रमों के स्नातक और परास्नातक विद्यार्थियों को उपाधियां और पदक प्रदान किए। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत भी मौजूद रहे। दीक्षांत समारोह में सुमित शर्मा और ऋषभ उनियाल को प्रो. गजेन्द्र सिंह ऑल राउंड बेस्ट स्टूडेंट अवार्ड दिया गया। राज्यपाल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह क्षण उनके जीवन में एक नए अध्याय की शुरुआत है और उनके सपनों को साकार करने का एक सुनहरा अवसर है। उन्होंने कहा कि आज का युग परिवर्तन, नवाचार और आधुनिकीकरण का है, जहाँ विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से 21वीं सदी की चुनौतियों का समाधान खोजने की आवश्यकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे केवल नौकरी की तलाश तक सीमित न रहें, बल्कि अपने ज्ञान, रचनात्मक सोच और कठिन परिश्रम के बल पर स्टार्टअप शुरू करें और सफल उद्यमी बनें।
राज्यपाल ने युवाओं को देश की प्रगति और अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि भारत के पास विशाल युवा शक्ति है, जो राष्ट्र को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उसे विश्व गुरु के पद पर स्थापित करने में निर्णायक भूमिका निभा सकती है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ संकल्पित रहें, नवाचार को अपनाएं और उद्यमिता के माध्यम से देश के आर्थिक विकास को गति दें। राज्यपाल ने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे अपने ज्ञान और क्षमताओं का उपयोग गांवों, गरीबों और समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए करें। उन्होंने कहा कि समाज और राष्ट्र की बेहतरी में योगदान देने से ही उनकी शिक्षा और उपाधि की सार्थकता सिद्ध होगी। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे केवल अपने करियर तक सीमित न रहें, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में देश के विकास और सामाजिक उत्थान में सक्रिय भागीदारी निभाएं।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष दून विश्वविद्यालय को नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल (नैक) द्वारा ‘ए’ ग्रेड से मान्यता प्राप्त हुई है, जो इसके उच्च शैक्षणिक और शोध कार्यों का प्रमाण है। उन्होंने विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल और संपूर्ण विश्वविद्यालय परिवार को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। दीक्षांत समारोह के अवसर पर भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु के पूर्व निदेशक पद्म भूषण प्रो. पी बलराम ने विद्यार्थियों को संबोधित किया। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने उपाधि धारकों को बधाई और भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर पद्मश्री प्रीतम भरतवाण, माधुरी बड्थ्वाल, बंसती बिष्ट, प्रेमचंद शर्मा और विधायक मुन्ना सिंह चौहान, पूर्व डीजीपी अनिल रतूड़ी, सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण, विद्या परिषद, कार्य परिषद के सदस्य और अन्य लोग उपस्थित रहे।

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