उत्तराखंड में तेजी से बढ़ रहा महिला अपराधों का ग्राफ
1 min readदेहरादून। उत्तराखंड में महिला अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मैदानी जिलों के साथ ही पर्वतीय जिलों में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। बलात्कार, अपहरण, दहेज हत्या, दहेज उत्पीड़न, हमले, मारपीट व महिला अपमान की घटनाएं तेजी से बढ़ रहीं हैं, जो कि बेहद चिंताजनक है। एसिट अटैक का मामला भी सामने आया है। महिला अपराधों को रोकने के पुलिस के तमाम प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं, जिस कारण महिला अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। उत्तराखंड में वर्ष 2023 में 421 बलात्कार के अपराध पुलिस में दर्ज हुये हैं जिसमें अकेले उधमसिंहनगर जिले में 204 बलात्कार केस दर्ज हुये हैं। दूसरे स्थान पर देहरादून जिला है, जहां कि 85 बलात्कार के मुकदमे दर्ज हुए हैं, जबकि तीसरे स्थान पर हरिद्वार जिला है, यहां बलात्कार के 50 मुकदमे दर्ज हुए हैं। चैथे स्थान पर नैनीताल जिला है, जहां कि बलात्कार के 26 केस दर्ज हुये हैं। इसके अतिरिक्त अल्मोड़ा में 3, बागेश्वर में 5, चमोली व उत्तरकाशी में 2-2, चम्पावत में 4, पौड़ी गढ़वाल में 13, पिथौरागढ़ में 8, टिहरी गढ़वाल में 19 बलात्कार के केस दर्ज हुये हैं। ये वे केस हैं जो थाने, चैकियों में दर्ज हुए हैं, कई केस तो ऐसे होते हैं जो कि थाने, चैकियों तक पहुंच ही नहीं पाते। केवल रूद्रप्रयाग ही ऐसा जिला है जिसमें बलात्कार का कोई अपराध दर्ज नहीं है।
इसके अलावा वर्ष 2023 में 48 दहेज हत्या के अपराध दर्ज हुये हैं, जिसमें सर्वाधिक 16 हरिद्वार में हुए हैं। दूसरे स्थान पर उधमसिंहनगर है, जहां 12 केस दर्ज हुए हैं, तीसरे स्थान पर नैनीताल है, जहां कि दहेज हत्या के 6 केस दर्ज हुए हैं। चैथे स्थान पर देहरादून है, जहां कि 3 दर्ज हुये हैं। इसके अतिरिक्त पिथौरागढ़, रूद्रप्रयाग, उत्तरकाशी जिलों में 2-2 तथा अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चम्पावत, पौड़ी गढ़वाल जिलों में 1-1 दहेज हत्या का अपराध दर्ज हुआ है। केवल टिहरी गढ़वाल ही ऐसा जिला है जिसमें दहेज हत्या का कोई अपराध 2023 में दर्ज नहीं हैं।
राज्य में एसिड अटैक की घटनाएं भी होने लगी हैं। वर्ष 2023 में उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में 1 एसिड अटैक का अपराध दर्ज है। वर्ष 2023 में उत्तराखंड के सभी जिलों में दहेज उत्पीड़न के कुल 1016 अपराध दर्ज हुये हैं। इसमें सर्वाधिक 382 देहरादून जिले में, दूसरे स्थान पर 249 उधमसिंह नगर जिले में, तीसरे स्थान पर 203 हरिद्वार जिले तथा चैथे स्थान पर 110 नैनीताल जिले में दर्ज हुये है। इसके अतिरिक्त अल्मोड़ा में 11, बागेश्वर में 3, चम्पावत में 9, पौड़ी गढ़वाल में 15, पिथौरागढ़ मंें 13, टिहरी गढ़वाल में 15, उत्तरकाशी में 4 तथा चमोली और रूद्रप्रयाग जिलों में 1-1 दहेज उत्पीड़न का अपराध दर्ज हुआ है।
सूचना अधिकार के तहत प्राप्त सूचना के अनुसार वर्ष 2023 में महिला अपहरण के 698 अपराध उत्तराखंड के 12 जिलों में दर्ज हुये, केवल टिहरी गढ़वाल में ही अपहरण का कोई अपराध नहीं हुआ है। अपहरण के सर्वाधिक 183 अपराध हरिद्वार जिले तथा दूसरे स्थान पर 178 अपराध देहरादून व उधमसिंह नगर जिलों, तीसरे स्थान पर 44 अपराध नैनीताल जिले, चैथे स्थान पर 27 अपहरण अल्मोड़ा जिले में दर्ज किये गये है। इसके अतिरिक्त चमोली में 15, चम्पावत में 12, पौड़ी गढ़वाल में 22, पिथौरागढ़ में 20, रूद्रप्रयाग में 8, उत्तरकाशी में 9 तथा बागेश्वर में 1 अपराध दर्ज हुआ है जबकि 1 अपहरण रेलवे पुलिस जी.आर.पी. में भी दर्ज हुआ है।
महिलाओं पर हमले के उत्तराखंड में दर्ज 624 अपराधों में सर्वाधिक 156 देहरादून, दूसरे स्थान पर 146 हरिद्वार, तीसरे स्थान पर 128 उधमसिंह नगर, चैथे स्थान पर 104 नैनीताल जिले में दर्ज हुये है। अन्य जिलों में अल्मोड़ा में 15, बागेश्वर में 4, चमोली में 7, चंपावत में 13, पौड़ी गढ़वाल में 14, पिथौरागढ़ में 22, रूद्रप्रयाग में 2, टिहरी गढ़वाल में 8 तथा उत्तरकाशी में 5 अपराध दर्ज हैं।
सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन (एडवोकेट) ने उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय से वर्ष 2023 में दर्ज अपराधों सम्बन्धी विवरणों की सूचना चाही थी। इसके उत्तर में पुलिस मुख्यालय उत्तराखंड की लोक सूचना अधिकारी/अपर पुलिस अधीक्षक (कार्मिक), शाहजहां जावेद खान ने अपने पत्रांक 53 दिनांक 29 जुलाई 2024 के साथ पुलिस उपाधीक्षक सी.सी.टी.एन.एस. विवेक सिंह कुटियाल द्वारा उपलब्ध कराये गये वर्ष 2023 के महिला उत्पीड़न सम्बंधी अपराधों का विवरण उपलब्ध कराया गया है। महिला अपमान के उत्तराखंड में दर्ज 26 अपराधों में सर्वाधिक 11 देहरादून जिले, दूसरे स्थान पर 8 हरिद्वार, तीसरे स्थान पर 3-3 अल्मोड़ा व पिथौरागढ़ तथा चैथे स्थान पर 1 चमोली में दर्ज हुये हैं। अन्य 8 जिलों में महिला अपमान का कोई अपराध दर्ज नहीं हुआ है। अनैतिक व्यापार के 26 अपराध केवल 4 जिलों में दर्ज किये गयेे हैं। जिसमें देहरादून में 10, नैनीताल में 7, हरिद्वार में 6 अपराध शामिल हैं। वहीं, एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार उत्तराखंड में वर्ष 2021 में महिला अपराध के 3431 मामले, वर्ष 2022 में 4337 मामले सामने आए थे। वर्ष 2020 में महिला अपराध के 2846 मामले सामने आए थे।